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Monday, July 23, 2018

क्या सचमें भारत में iPhones किसी काम के नहीं रहेंगे? ट्राई और एपल की लड़ाई से जुड़े ऐसे ही 10 सवाल-जवाब

क्या सचमें भारत में iPhones किसी काम के नहीं रहेंगे? ट्राई और एपल की लड़ाई से जुड़े ऐसे ही 10 सवाल-जवाब

Q&A: क्या सचमें भारत में iPhones किसी काम के नहीं रहेंगे? ट्राई और एपल की लड़ाई से जुड़े ऐसे ही 10 सवाल-जवाब
गैजेट डेस्क. टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (ट्राई) और अमेरिकी टेक कंपनी एपल के बीच डीएनडी ऐप को लेकर खींचतान बढ़ती जा रही है। जहां ट्राई ने साफ कर दिया है कि अगर किसी डिवाइस में डीएनडी 2.0 ऐप को इंस्टॉल नहीं किया जाता है तो उस डिवाइस को टेलीकॉम कंपनियों अपने नेटवर्क से डिरजिस्टर्ड कर देंगी, जिसका मतलब ये हुआ कि उस डिवाइस पर कोई भी भारतीय नेटवर्क काम नहीं करेगा। 


वहीं एपल का कहना है कि डीएनडी 2.0 ऐप से प्राइवेसी को खतरा है और वो उसे ऐप स्टोर पर इंस्टॉल नहीं करेगी। इसके लिए एपल कानूनी लड़ाई को भी तैयार है। अगर एपल अपने iPhones में डीएनडी ऐप इंस्टॉल नहीं करती है, तो उसपर भारतीय नेटवर्क काम नहीं करेगा और फिर एक तरह से भारत में iPhones बैन हो जाएंगे। इसलिए आज हम एपल-ट्राई की लड़ाई से जुड़े ऐसे ही सवालों के जवाब बताने जा रहे हैं, जो हर यूजर को जानना जरूरी है।

सवाल 1. ट्राई का आदेश क्या है?
जवाब : ट्राई ने हाल ही में टेलीकॉम ऑपरेटर्स के लिए गाइडलाइंस जारी की है। इस आदेश में सभी टेलीकॉम ऑपरेटर्स को 6 महीने के अंदर ये सुनिश्चित करने को कहा है कि उनके नेटवर्क पर रजिस्टर्ड सभी डिवाइस पर डीएनडी 2.0 ऐप इंस्टॉल हो और उसी के तहत नेटवर्क मिले।

सवाल 2. ऐप इंस्टॉल नहीं किया तो क्या होगा?
जवाब : अगर किसी डिवाइस पर डीएनडी 2.0 ऐप इंस्टॉल नहीं होता है, तो अथॉरिटी नियम के अनुसार उस टेलीकॉम ऑपरेटर को अपने नेटवर्क से डिवाइस को अनरजिस्टर्ड करने को कह सकती है, ताकि उस डिवाइस पर नेटवर्क काम नहीं करे।

सवाल 3. ट्राई ने ये नियम क्यों बनाया?
जवाब : दरअसल, ट्राई ने ये नियम फेक कॉल्स और स्पैम मैसेज को रोकने के लिए बनाया है। 

सवाल 4. ट्राई और एपल के बीच किस बात की लड़ाई है?
जवाब : ट्राई ने फेक कॉल्स और स्पैम मैसेज रोकने के लिए डीएनडी 2.0 ऐप बनाई है, जिसको वो एपल के ऐप स्टोर पर इंस्टॉल कराना चाहती है लेकिन एपल ने अपने ऐप स्टोर पर ट्राई की ऐप को इंस्टॉल करने से मना कर दिया है।

सवाल 5. एपल ने ट्राई की ऐप को इंस्टॉल करने से क्यों मना किया?
जवाब : एपल का कहना है कि ट्राई की डीएनडी ऐप यूजर्स के कॉल और मैसेज रिकॉर्ड करती है, जो उनकी प्राइवेसी के खिलाफ है।

सवाल 6. एपल ने मना कर दिया तो क्या होगा?
जवाब : 
एपल ने ऐप स्टोर में ट्राई की ऐप को इंस्टॉल करने से मना कर दिया है, जिसके बाद ट्राई सभी टेलीकॉम ऑपरेटर्स को अपने नेटवर्क से iPhones को डिरजिस्टर्ड करने को कह सकती है। 

सवाल 7. iPhones डिरजिस्टर्ड हुए तो क्या होगा?
जवाब : 
अगर iPhones को नेटवर्क से डिरजिस्टर्ड कर दिया जाता है, तो फिर इन फोन पर भारतीय नेटवर्क काम करना बंद कर देंगे। सिर्फ iPhones ही नहीं बल्कि वो सभी डिवाइस जो iOS पर काम करती हैं उनमें भी नेटवर्क काम नहीं करेगा।

सवाल 8. क्या iPhones की बिक्री पर भी असर होगा?
जवाब : हां, बिल्कुल। इसके कारण भारत में iPhones की बिक्री पर भी असर पड़ सकता है। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, एपल ने अपने फैसले से ट्राई को नाराज किया है और इस वजह से भारत में iPhones की बिक्री भी बंद हो सकती है।

सवाल 9. एपल के पास अब क्या रास्ता है?
जवाब :
 ट्राई के फैसले के खिलाफ एपल कानूनी लड़ाई लड़ने को तैयार है। एपल का कहना है कि ट्राई किसी नेटवर्क को ऐप इंस्टॉल करने के लिए दबाव नहीं बना सकती है। एपल का ये भी कहना है कि ट्राई को पहले ही बता दिया था कि iOS 12 में नया फीचर जोड़ा गया है जिससे फेक कॉल्स और मैसेजेस को ब्लॉक किया जा सकेगा।  

सवाल 10. क्या एंड्रॉयड यूजर्स पर भी इसका असर होगा?
जवाब : 
नहीं, क्योंकि गूगल ने अपने प्ले स्टोर पर ट्राई की डीएनडी 2.0 ऐप को इंस्टॉल करने की अनुमति दे रखी है।

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